ऐसे कैसे पीड़ितों को पहुंचाएंगे राहत, मॉनसून में बारिश के मौसम में आपदा कंट्रोल रूम खाली
मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कर्मचारियों की गैरहाजिरी पर कहा कि यदि शहर में कहीं जलभराव से नुकसान हो जाता या कोई व्यक्ति मुसीबत में फंस जाता तो आपदा कंट्रोल रूम से कैसे मदद पहुंचाई जा सकती थी।
![ऐसे कैसे पीड़ितों को पहुंचाएंगे राहत, मॉनसून में बारिश के मौसम में आपदा कंट्रोल रूम खाली ऐसे कैसे पीड़ितों को पहुंचाएंगे राहत, मॉनसून में बारिश के मौसम में आपदा कंट्रोल रूम खाली](https://cdn.statically.io/img/images1.livehindustan.com/uploadimage/library/2024/06/29/16_9/16_9_6/who_5_jpg_1719627142.jpg)
डीएम एवं प्रशासक सोनिका के हालिया दौरे के बावजूद नगर निगम ने कोई सबक नहीं लिया। यहां स्थापित आपदा कंट्रोल रूम शनिवार सुबह करीब सात बजे खाली देखकर मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना दंग रह गए।
तीन कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं मिले और बाकी तीन देरी से दफ्तर पहुंचे। लिहाजा, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य अनुभाग ने सभी छह कर्मचारियों की अनुपस्थिति दर्ज करते हुए वेतन पर रोक लगा दी है।
मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कर्मचारियों की गैरहाजिरी पर कहा कि यदि शहर में कहीं जलभराव से नुकसान हो जाता या कोई व्यक्ति मुसीबत में फंस जाता तो आपदा कंट्रोल रूम से कैसे मदद पहुंचाई जा सकती थी। उन्होंने साफ कहा कि इस तरह की लापरवाही से नगर निगम की छवि धूमिल हो रही है।
कहा कि इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बता दें कि नगर निगम कार्यालय परिसर में बना आपदा कंट्रोल रूम 13 जून से लगातार 24 घंटे सक्रिय किया गया है।
डीएम के दौरे के बावजूद नहीं लिया कोई सबक
नगर निगम का सिस्टम सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दिनों ही डीएम के निरीक्षण में 51 कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए थे। तब उन्होंने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए इन सभी कर्मचारियों की अनुपस्थिति लगाने के निर्देश दिए थे।
उसी रोज दाखिल खारिज के काम में कोताही और लंबे समय से गायब रहने के आरोप में दो सहायक नगर आयुक्तों से काम तो छीना ही गया, उनकी सुविधाएं हटा ली गई थीं। इसके बावजूद सरकारी सिस्टम की लापरवाही आएदिन उजागर हो रही है।
![](https://cdn.statically.io/img/www.livehindustan.com/static-content/1y/lh/img/lh-epaper-str-banner-mob.jpg)