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SKMCH मुजफ्फरपुर के MCH में एसी में लगी आग, धुआं भरने के बाद मच गया भगदड़

एसी से पहले धुआं निकला। वहां मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते, एसी से चिंगारी निकलने लगी। इसके बाद लोग इधर-उधर भागने लगे। लोगों ने अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी उसके बाद कर्मी और पदाधिकारी पहुंचे।

SKMCH मुजफ्फरपुर के MCH में एसी में लगी आग, धुआं भरने के बाद मच गया भगदड़
Sudhir Kumarहिन्दुस्तान,मुजफ्फरपुरSat, 15 Jun 2024 07:28 AM
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बिहार के प्रतिष्ठित और बड़े सरकारी अस्पताल एसकेएमसीएच मुजफ्फरपुर के मातृ शिशु अस्पताल (एमसीएच) की दूसरी मंजिल पर लगे एसी(एयर कंडिशन) में अचानक आग लग गई। एसी में आग लगने से निकली चिंगारी से अस्पताल के छज्जे पर बिखड़े कचरे में आग लग गई, जिससे पूरे अस्पताल में धुआं भर गया। अस्पताल में आग और धुआं भर जाने से भगदड़ मच गई। वार्ड में भर्ती मरीज इधर-उधर भागने लगे। आग लगने के वक्त अस्पताल में 100 प्रसूता और 100 बच्चे भर्ती थे। दो घंटे तक अस्पताल में धुआं भरा रहा, जिससे नवजात बच्चों की जान सांसत में बनी रही। इस दौरान मची भगदड़ से कई प्रसूताओं की हालत बिगड़ गई। कुछ महिलाओं का ऑपरेशन हुआ था, भागने की वजह से उन्हें ब्लीडिंग होने लगी। घटना शुक्रवार की है।

जानकारी के मुताबिक  एसी से पहले धुआं निकला। वहां मौजूद लोग जब तक कुछ समझ पाते, एसी से चिंगारी निकलने लगी। इसके बाद लोग इधर-उधर भागने लगे। लोगों ने अस्पताल प्रबंधन को सूचना दी। अधीक्षक डॉ कुमारी विभा भी मौके पर पहुंचीं। आग बुझाने लिए अस्पताल में लगे अग्निशमन यंत्र को लाया गया, लेकिन वह चालू ही नहीं हुआ। इसके बाद अस्पताल से फायर बिग्रेड को फोन किया गया। फायर बिग्रेड के पहुंचने तक अस्पताल में धुआं चारों तरफ भर चुका था। फायर बिग्रेड ने अस्पताल की बिजली काटकर एक घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया।

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आग लगने के समय लेबर रूम में थी तीन गर्भवती एसमीएच में आग लगने के समय तीन गर्भवती लेबर रूम में थी। आग लगने की सूचना से वहां भी हड़कंप मच गया। हालांकि आनन-फानन तीनों का प्रसव कराया गया। घटना के समय 25 ऐसी महिलाएं भर्ती थीं, जिनका ऑपरेशन हुआ था। चार महिलाओं का तो सुबह में ऑपरेशन हुआ था। घटना के बाद सभी वार्ड से बाहर निकलकर भागने लगीं। इससे दर्जनभर मरीजों की स्थिति बिगड़ गई।

एमसीएच में लगे सारे एसी हैं जर्जर

एसकेएमसीएच के एमसीएच में लगे सारे एसी जर्जर हो चुके हैं। लंबे समय से न तो एसी बदले गए हैं और ना मरम्मत हुई है। अस्पताल सूत्रों ने बताया कि लंबे समय से एसी चालू रहने से गर्म होने के कारण उसमें आग लग गई।

एसडीओ और अपर डीएसपी भी पहुंचीं

एसकेएमसीएच में आग लगने की सूचना पर एसडीओ पूर्वी अमित कुमार और अपर डीएसपी विनिता गुप्ता भी पहुंची। उनके साथ एसकेएमसीएच ओपी प्रभारी डॉ ललन पासवान भी थे। अपर डीएसपी ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है। इसकी जांच की जा रही है। इस बारे में अस्पताल प्रशासन से भी बात की जाएगी। अधीक्षक डॉ कुमारी विभा ने कहा कि हो सकता है कि शॉट सर्किट से आग लगी हो।

लाखों का फायर सेफ्टी वाटर पंप नाकाम

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दो साल पूर्व लाखों खर्च कर लगाया गया फॉयर सेफ्टी वाटर पंप का आग लगने के बाद कोई फायदा नहीं मिला। बताते हैं कि फॉयर सेफ्टी वाटर पंप जर्जर हो गया है। दो साल में इस पंप से एक बूंद भी पानी नहीं निकल सका है, जबकि इसके संचालन के लिए एक कर्मी की भी तैनाती की गई है। एमसीएच में आग लगने की घटना से पूर्व भी अस्पताल से लेकर इमरजेंसी तक आग लगने की घटना घट चुकी है। दो माह पूर्व इमरजेंसी मे फायर सेफ्टी सिलेंडर गिरकर फट जाने से अफरातफरी मच गई थी।  इससे पहले अस्पताल के वार्ड 8 के सामने शार्ट सर्किट से आग लग गई थी। उस समय भी फायर वाटर पंप चालू नही हो सका था।