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होइहि सोइ जो राम रचि राखा...अयोध्या में बीजेपी की हार पर अखिलेश ने लोकसभा में कसा तंज; सुनाई राम पर कविता

लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अयोध्या का जिक्र करके बीजेपी की दुखती रग पर हाथ रख दिया।

होइहि सोइ जो राम रचि राखा...अयोध्या में बीजेपी की हार पर अखिलेश ने लोकसभा में कसा तंज; सुनाई राम पर कविता
Ankit Ojhaलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीTue, 02 Jul 2024 11:34 AM
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लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अखिलेश यादव ने अयोध्या का जिक्र करके बीजेपी की दुखती रग पर हाथ रख दिया। उन्होंने रामचरित मानस की चौपाई के एक अंश बोलकर बीजेपी पर तंज कसा। सपा प्रमुख ने कहा, होइहि सोई जो राम रचि राखा। इसके बाद अखिलेश यादव ने कहा, यह उसका फैसला है जिसकी लाठी में नहीं होती आवाज। जो किसी को लाने का दावा करते थे वह किसी के सामने हैं लाचार। इसके बाद अखिलेश यादव ने भगवान राम पर एक कविता भी सुनाई।

भगवान राम पर सुनाई कविता
अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या की जनता ने बहुत ही परिपक्व जनादेश दिया है। उन्होंने भगवान राम पर कविता सुनाई। 'हम अयोध्या से लाए हैं इनके प्रेम का पैगाम। जो सच्चे मन से करते हैं सब का कल्याण। अभय दान देती जिनकी मंद मंद मुस्कान। जो असत्य पर सत्य की जीत का है नाम। उफनती नदी पर जो बांधे प्रेम का बांध, वह हैं अयोध्या के राजा पुरुषोत्तम राम। हम अयोध्या से लाए हैं उनके प्रेम का पैगाम।' 

अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए एक शेर सुनाया। उन्होंने कहा, हजूरे आला आज तक खामोश बैठे हैं इसी कम में, महफिल लूट ले गया कोई जबकि सजाई हमने। यादव ने कहा कि आज जो सरकार यहां पर बैठी है वह नैतिक रूप से हारी हुई सरकार है। अयोध्या की जीत जनता की लोकतांत्रिक परिपक्वता की जीत है। बता दें कि इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी  प्रत्याशी लल्लू सिंह की हार हुई है। वहीं यहां से सपा नेता अवधेश प्रसाद चुनकर लोकसभा पहुंचे हैं। अपने भाषण के दौरान अखिलेश यादव ने बगल बैठे अवधेश प्रसाद की पीठ भी थपथपाई। बता दें कि इस बार सत्र के शुरुआत से ही अवधेश प्रसाद अखिलेश यादव के बगल बैठ रहे हैं। वहीं सत्र के पहले दिन अखिलेश यादव उनका हाथ पकड़कर सीट तक लाए थे।

यादव ने कहा, ‘चार जून (लोकसभा चुनावों के परिणाम वाला दिन) देश के लिए सांप्रदायिक राजनीतिक से आजादी का दिन था। सांप्रदायिक राजनीति का अंत हुआ और सामुदायिक राजनीति की शुरुआत हुई। इस चुनाव में सांप्रदायिक राजनीति की हमेशा के लिए हार हो गई।’ उन्होंने कहा, ‘सकारात्मक राजनीति की जीत हुई है। हम मानते हैं कि संविधान ही संजीवनी है और उसकी जीत हुई है।' सपा सांसद ने कहा कि देश किसी की निजी महात्वाकांक्षा से नहीं, बल्कि जन आकांक्षा से चलेगा, और अब मनमर्जी नहीं, बल्कि ‘जनमर्जी’ चलेगी।

यादव ने आरोप लगाया कि इस सरकार ने आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा, ‘सरकार कहती है कि देश पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, लेकिन यह क्यों छिपाती है कि अगर हम पांचवे स्थान पर हैं तो हमार�� देश की प्रति व्यक्ति आय किस स्थान पर पहुंची है ?’