पुरानी दिल्ली का सबसे भीड़भाड़ वाला इलाका चांदनी चौक है और यह दिल्ली की सबसे छोटी लोकसभा सीट है। 1956 में यह सीट अस्तित्व में आई थी। डॉ. हर्षवर्धन इस सीट पर भाजपा सांसद हैं। उन्होंने कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल और आम आदमी पार्टी के पंकज गुप्ता को हराया था। वैसे तो इस सीट पर कांग्रेस का ही दबदबा रहा है। 2019 तक के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने यहां से 9 बार जीत दर्ज की तो भाजपा ने पांच बार जीत हासिल की। 1957 में पहली बार इस सीट पर चुनाव हए थे और कांग्रेस के राधा रमण ने जीत दर्ज की थी। 1962 में कांग्रेस के शाम नाथ यहां से कांग्रेस के टिकट पर जीते। हालांकि 1967 में बाजी पलट गई और भारतीय जनसंघ के आर गोपाल चुनाव जीत गए। 1971 में फिर से कांग्रेस की वापसी हुई और सुभद्रा जोशी सांसद बनीं। 1977 में इस सीट पर बीएलडी का कब्जा हो गया। इसके बाद 1980. 1984 और 1989 में कांग्रेस ने लगातार तीन बार जीत दर्ज की। 1991 में पहली बार चांदनी चौक की सीट भाजपा के कब्जे में गई और ताराचंद खंडेलवाल यहां से सांसद चुने गए। 1996 में कांग्रेस के जय प्रकाश अग्रवाल ने जीत हासिल की। इसके बाद भाजपा के विजय गोयल इस सीट पर काबिज हो गए। 2004 और 2009 के चुनाव में कांग्रेस के कपिल सिब्बल यहां से सांसद चुने गए। इसके बाद लगातार दो बार डॉ. हर्षवर्धन यहां से सांसद चुने गए जो कि वर्तमान में सांसद हैं।और पढ़ें