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Hindi News क्रिकेट200 के करीब लगा कि...तूफानी डबल सेंचुरी से पहले शेफाली वर्मा क्यों थीं नर्वस? जहन में आया दिल तोड़ने वाला मंजर

200 के करीब लगा कि...तूफानी डबल सेंचुरी से पहले शेफाली वर्मा क्यों थीं नर्वस? जहन में आया दिल तोड़ने वाला मंजर

Shafali Verma on Fastest Women's Test Double Century: ओपनर शेफाली वर्मा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में ऐतिहासिक तूफानी डबल सेंचुरी जड़ी। शेफाली 200 के करीब पहुंचने पर नर्वस थीं।

200 के करीब लगा कि...तूफानी डबल सेंचुरी से पहले शेफाली वर्मा क्यों थीं नर्वस? जहन में आया दिल तोड़ने वाला मंजर
Md.akram एजेंसी,चेन्नईFri, 28 Jun 2024 09:39 PM
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दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में रिकॉर्ड 205 रन बनाने वाली शेफाली वर्मा ने इस पारी को अपने जीवन की अनमोल धरोहर बताया है। बीस साल की शेफाली ने सिर्फ 194 गेंदों पर अपना दोहरा शतक पूरा कर आस्ट्रेलिया की अन्नाबेल सदरलैंड को पीछे छोड़ा। ऑस्ट्रेलिया की खिलाड़ी ने इस साल की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 248 गेंदों पर दोहरा शतक बनाया था। शेफाली भारत की पूर्व कप्तान कप्तान मिताली राज के बाद लगभग 22 वर्षों के लंबे समय अंतराल पर टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाली दूसरी भारतीय भी बनीं।

शेफाली ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ''मेरे लिए यह खास पल है और अब ताउम्र यह अनमोल धरोहर रहेगी। यह अंडर 19 विश्व कप खिताब के बाद मेरी दूसरी सबसे पसंदीदा पारी है।'' उन्होंने कहा, ''दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में अच्छी शुरूआत को मैं बड़ी पारियों में नहीं बदल सकी लेकिन आज मैने शुरू ही से अपना समय लेकर खेला। अपनी ताकत पर भरोसा रखा और ईश्वर की कृपा से यह पारी खेल सकी। यह मेरी कड़ी मेहनत का फल है और मुझे टीम के लिये योगदान देने की खुशी है।''

इंग्लैंड के खिलाफ तीन साल पहले 96 रन बनाने वाली शेफाली ने स्वीकार किया कि 90 पार करने के बाद वह नर्वस हो रही थीं। उन्होंने कहा, ''96 रन पर आउट होना कौन भूल सकता है। मुझे भी याद था। मैं बस वो चार रन बनाने के बारे में सोच रही थी। 200 रन के करीब पहुंचकर भी ऐसा ही लगा।'' शेफाली ने इस प्रदर्शन का श्रेय बेंगलुरू में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में बल्लेबाजों के शिविर को भी दिया। उन्होंने कहा, ''मैंने शिविर में लाल और सफेद दोनों गेंदों से काफी अभ्यास किया जिससे मदद मिली। शिविर में सारे बल्लेबाज थे और हमने इसका पूर मजा लिया। इस प्रदर्शन का श्रेय उस शिविर को जाता है।''