बिहार का गोपालगंज जिला राजद सुप्रीमो, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव का गृह जनपद है। गोपालगंज लोकसभा सीट कांग्रेस और लालू की पार्टी का गढ़ रहा है। 1952 में अस्तित्व में आई गोपालगंज सीट पर 1971 तक कांग्रेस का कब्जा रहा। सैय्यद मोहम्मद पहले सांसद चुने गए थे। 1962 से 1971 तक कांग्रेस के द्वारका नाथ तिवारी सांसद रहे। 1984 में निर्दलीय उम्मीदवार काली प्रसाद पांडेय ने ये सीट कांग्रेस से छीन ली थी। 1989 में फिर गोपालगंज सीट पर सत्ता परिवर्तन हुआ। और जनता दल का कब्जा हो गया। 1991 और 1996 में अब्दुल गफूर, लाल बाबू यादव सांसद बने।1988 के बाद से गोपालगंज की जनता ने किसी भी प्रत्याशी को दो बार सांसद नहीं चुना। साल 2004 के लोकसभा चुनाव में लालू यादव के साले साधु यादव ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। तो वहीं 2009 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू के पूर्णमासी राम, 2014 में भाजपा प्रत्याशी जनक राम ने जीत हासिल की थी। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने जीत का परचम लहराया। जदयू उम्मीदवार आलोक कुमार सुमन गोपालगंज से सांसद चुने गए। इस चुनाव में बीजेपी के आलोक कुमार को 5,68,150 वोट मिले। वहीं राजद प्रत्याशी सुरेंद्र राम को 2.81,716 मत हासिल हुए। जदयू ने इस सीट पर 2,86,434 वोटों से जीत हासिल की। वहीं तीसरे नंबर पर नोटा रहा। 51,660 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। वहीं 2014 के इलेक्शन में बीजेपी के जनक राम ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. ज्योति भारती को 2,86,936 वोटों से मात दी थी। वहीं नीतीश की जेडीयू तीसरे नंबर पर रही थी।और पढ़ें