मुंगेर बिहार की सबसे हॉट लोकसभा सीट में शुमार है। इस सीट पर हमेशा से ही बाहुबली और राजनीति के दिग्गजों की नजर रही है। इस सीट की दिलचस्प बात ये है कि आज भी इस सीट पर चुनाव में हमेशा से जाति ही आधार रहा है। पहले तो मुंगेर पर यादवों और कुशवाहा वोटरों का ही वर्चस्व रहा था। लेकिन साल 2008 में परिसीमन के बाद यहां भूमिहारों का भी दबदबा बढ़ गया। मालूम हो कि मुंगेर जिले से तीन जिले निकले हैं, जिसमें बेगूसराय 1976 में, खगड़िया 1988 में और जमुई 1991 है। इसके बाद से ही यहां का चुनावी समीकरण ही बदल गया। परिसीमन बनने के साथ ही अब तक इस सीट से भूमिहार जाति के ही सांसद बनते आ रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा अहम कारण यह है कि नए परिसीमन के तहत मुंगेर संसदीय क्षेत्र भूमिहार बहुल हो गया है। नए परिसीमन के बाद पहली दफा जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह तथा दूसरी बार बाहुबली सुरजभान सिंह लोजपा की बीणा देवी तथा तीसरी बार जदयू के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह सांसद चुने गए। यूं कहें कि नए परिसीमन 2009 के बाद से मुंगेर संसदीय क्षेत्र से भूमिहार जाति के लोग ही सांसद बनते आ रहे हैं।और पढ़ें