नेपाल-बंगाल के बॉर्डर से सटा बिहार का पूर्णिया जिला देश खे सबसे पुराने जिलों में एक है। पूर्णिया लोकसभा सीट में 6 विधानसभाएं आती हैं। मौजूदा वक्त में इस सीट पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का कब्जा है। और संतोष कुमार कुशवाहा वर्तमान सांसद हैं। 2019 का लोकसभा चुनाव में जदयू भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए का हिस्सा थी। इस चुनाव में जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा को 6,32,924 वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी उदय सिंह को 3.69,463 वोट हासिल हुए है। जदयू ने ये सीट 2,63,461 मतों के अंतर से जीती थी। 2014 के लोकसभा चुनाव में भी ये बीच जदयू के ही खाते में थी। वहीं 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर दो बार बीजेपी प्रत्याशी उदय सिंह ने जीत के झंडे गाड़े थे। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पप्पू यादव पूर्णिया से दो बार सांसद रह चुके हैं। पूर्णिया लोकसभा सीट 1952 में अस्तित्व में आई थी। तब से 1976 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा। फानी गोपाल सिंह गुप्ता पूर्णिया सीट से पहले सांसद चुने गए थे। 1977 में ये सीट जनता पार्टी के कब्जे में चली गई। लखन लाल कपूर सांसद बने। 1980 में कांग्रेस ने फिर वापसी की। और माधुरी सिंह दो बार सांसद चुनी गई। 1989 में जनता दल की तसलीमुद्दीन ने जीत दर्ज की। भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले 1998 में इस सीट पर अपनी जीत दर्ज की थी। और जय कृष्ण मंडल ने विजयी रहे थे। आपको बता दें सीमांचल के सबसे बड़े जिलों में पूर्णिया है।और पढ़ें