मध्य प्रदेश की उज्जैन लोकसभा सीट का इतिहास काफी उठा-पटक वाला रहा है। वर्तमान में यहां से भाजपा के अनिल फिरोजिया सांसद हैं। साल 2019 के चुनाव में भाजपा नेता ने कांग्रेस के बाबूलाल मालवीय को करारी शिकस्त दी थी और 63 फीसदी से अधिक वोट शेयर अपने नाम किया था। उज्जैन लोकसभा सीट में उज्जैन जिला और रतलाम का कुछ हिस्सा शामिल है। ये सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। साल 1952 में इस सीट पर पहली बार चुनाव हुआ और लगातार 3 बार 1967 तक कांग्रेस के राधेलाल व्यास सांसद रहे। जिसके बाद उज्जैन सीट पर जनसंघ, जनता पार्टी, कांग्रेस और भाजपा के बीच कुर्सी का खेल चलता रहा। साल 2014 में भाजपा नेता प्रोफेसर चिंतामणि मालवीय ने तत्कालीन सांसद प्रेमचंद गुड्डू को करारी शिकस्त दी लेकिन 2019 के चुनाव में भाजपा ने मालवीय का टिकट काट दिया। इस लोकसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति (SC) के वोटर्स निर्णायक भूमिका में रहते हैं।और पढ़ें