बाड़मेर सीट से 1952 से अब तक 67 साल में 16 लोकसभा चुनाव हुए। इनमें तीन ऐसे सांसद रहे हैं, जिन्हें जनता ने दूसरी बार मौका दिया। वहीं लगातार तीन बार सांसद बनने का रिकॉर्ड कर्नल सोनाराम चौधरी के नाम दर्ज है। वे चौथी बार 2014 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और सांसद चुने गए। इस सीट की सबसे खास बात यह है कि पहले लोकसभा चुनाव 1952 में निर्दलीय भवानी सिंह जीते। 1957 में भी निर्दलीय रघुनाथ सिंह सांसद चुने गए। 1967 में अमृत नाहटा ने पहली बार कांग्रेस का खाता खोला। 1991 से 1991 से 1999 तक चार चुनावों में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। 2004 में मानवेंद्र सिंह बीजेपी का खाता खोलने में कामयाब रहे। अब तक चुने गए 16 सांसदों में से एकमात्र कल्याण सिंह कालवी ही केंद्र सरकार में ऊर्जा मंत्री बने। इसके अलावा किसी सांसद को मंत्री बनने का मौका नहीं मिला।और पढ़ें