मेरठ लोकसभा सीट पर पिछले तीन लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हैट्रिक लगा चुकी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सबसे प्रमुख इस सीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र अग्रवाल ने 2009, 2014 और 2019 में लगातार तीन बार जीत हासिल की। क्रांति भूमि कहे जाने वाले मेरठ में भाजपा से पहले बसपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों ने भी दमखम दिखाया है। 1857 में देश की आजादी के लिए हुए पहले संग्राम का केंद्र रहे मेरठ में आजादी के बाद कांग्रेस का कब्जा रहा। फिर 1967 में सोशलिस्ट पार्टी ने कब्जा जमाया। 1971 में कांग्रेस ने एक बार फिर जीत हासिल की। आपातकाल के बाद हुए चुनाव में जनता पार्टी ने मेरठ लोकसभा सीट पर कब्जा किया। 1980 और 84 में फिर कांग्रेस की वापसी हुई। 1989 में जनता पार्टी ने जीत दर्ज की तो राममंदिर आंदोलन के बाद भाजपा ने इसे अपना गढ़ बनाया। 1991, 1996 और 1998 में भाजपा नेता अमरपाल सिंह ने भगवा परचम लहराया। 1999 और 2004 में कांग्रेस और बसपा ने यहां जीत हासिल की थी। इसके बाद फिर भाजपा ने लगातार तीन बार जीत हासिल करके इसे अपने मजबूत गढ़ में तब्दील कर लिया। मेरठ पश्चिमी यूपी का सबसे बड़ा आर्थिक और राजनीतिक केंद्र है। और पढ़ें