फूलपुर लोकसभा सीट 1952 से ही अस्तित्व में है। इस सीट से अतीक अहमद जैसा माफिया सांसद रह चुका है तो जवाहर लाल नेहरू जैसी शख्सियत भी तीन बार यहां का प्रतिनिधित्व कर चुकी है। इस सीट पर कांग्रेस लंबे अरसे तक जीतती रही और फिर 1969 में सोशलिस्ट पार्टी ने इस तिलिस्म को तोड़ा था। उसके बाद से लगातार कांग्रेस, सपा जैसे दल जीतते रहे, लेकिन भाजपा की किस्मत में यह सीट 2014 में ही आई। तब केशव प्रसाद मौर्य ने यहां से जीत हासिल की थी। हालांकि 2018 में केशव प्रसाद के सांसदी छोड़ने पर यहां उपचुनाव हुआ तो सीट सपा के खाते में चली गई थी। लेकिन भाजपा ने 2019 के चुनाव में केशरी देवी पटेल को उतारकर फिर से जीत हासिल कर ली।और पढ़ें