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बरसात में बढ़ जाता है डेंगू- मलेरिया का खतरा, ऐसे रखें खुद को सुरक्षित

Effective tips to avoid dengue during monsoon: डेंगू-मलेरिया बरसात में मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी हैं। जिसमें व्यक्ति की हालत काफी गंभीर हो सकती है। इस रोग से खुद के साथ परिवार के अन्य लोगों को भी बचाए रखने के लिए इन टिप्स का पालन करना जरूरी है।

Manju Mamgain लाइव हिन्दुस्तानThu, 27 June 2024 10:52 AM
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Effective tips to avoid dengue during monsoon: तेज गर्मी और धूप से राहत देना वाला बारिश का मौसम अपने साथ कई गंभीर बीमारियां भी लेकर आता है। इस मौसम में जगह-जगह पानी भरने से डेंगू- मलेरिया जैसी मच्छर से काटने वाली बीमारियों का खतरा लोगों के लिए कई गुना बढ़ जाता है। चिंता की बात यह है कि अगर इन रोगों का इलाज समय रहते ना किया जाए तो व्यक्ति की जान के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

सीडीसी गाइडलाइंस के अनुसार, बरसात के मौसम में मच्छर जनित रोग जैसे डेंगू, मलेरिया होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं इस मौसम में हवा में कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस भी फैल जाते हैं, जो व्यक्ति के लिए कई अन्य रोगों का खतरा भी बढ़ा देते हैं। डेंगू-मलेरिया भी बरसात में मच्छर के काटने से फैलने वाली बीमारी हैं। जिसमें व्यक्ति की हालत काफी गंभीर हो सकती है। इस रोग से खुद के साथ परिवार के अन्य लोगों को भी बचाए रखने के लिए इन टिप्स का पालन करना जरूरी है।

डेंगू-मलेरिया के लक्षण-

मलेरिया होने पर शाम को बुखार बढ़ने के साथ कमजोरी और ठंड लगने की दिक्कत हो सकती है जबकि डेंगू में तेज बुखार के साथ जोड़ों, मांसपेशियों में दर्द और सिरदर्द,थकान के साथ त्वचा पर चकत्ते और दाने निकलने की शिकायत हो सकती है। इन लक्षणों के आधार पर आप दोनों बीमारियों में आसानी से अंतर कर सकते हैं।

डेंगू-मलेरिया से बचाव के उपाय-

घर के आसपास मच्छर ना पैदा होने दें-

मच्छर रुके हुए पानी में अंडे देते हैं। ऐसे में बरसात के समय घर के आसपास फूलों के गमलों, बाल्टियों और पुराने टायरों में पानी जमा होने से रोकें। इसके लिए समय-समय पर फूलदानों और पानी से भरे कंटेनरों के पानी को बदलते रहें। पानी को जमा होने से रोकने के लिए गटर और नालियों को भी साफ और गंदगी से मुक्त रखें।

मच्छर भगाने वाली दवाएं-

मच्छरों के काटने के जोखिम को कम करने के लिए खुली त्वचा और कपड़ों पर मच्छर भगाने वाली दवाएं और एसेंशियल ऑयल लगा सकते हैं। इसके लिए आप डीईईटी, पिकारिडिन, नींबू- नीलगिरी के तेल वाले रिपेलेंट्स का इस्तेमाल करें।

मच्छर मारने वाली कॉइल-

मच्छरों को घर से भगाने और मारने के लिए आप खासतौर पर सुबह और शाम मच्छर मारने वाली कॉइल या वेपोराइज़र का इस्तेमाल करें। इस समय मच्छर सबसे ज़्यादा सक्रिय होते हैं।

शरीर को ढककर रखें-

मच्छरों से खुद को बचाने के लिए शरीर को पूरी तरह ढककर रखें। इसके लिए साफ धुले हुए लंबी आस्तीन वाले कपड़े पहनें। मच्छर गहरे रंग की तरफ जल्दी आकर्षित होते हैं, इसलिए गहरे रंग की जगह हल्के रंग के कपड़े पहनने की कोशिश करें।

सोते समय मच्छरदानी का यूज करें-

रात को सोते समय मच्छरों से बचने के लिए दरवाजों पर जाली और बिस्तर पर मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। ताकि मच्छर आस पास न भटक सकें।

साफ-सफाई का रखें ध्यान-

घर के आसपास का माहौल साफ और स्वच्छ रखें। घर में झाडू- पोछा रोज लगाएं, जिससे कहीं पानी इकट्ठा न हो सके और गंदगी के कारण मच्छर एक जगह न आ सकें।

खाद्य पदार्थ-

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें, ताकि संक्रमित होने की संभावना कम हो जाए। प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए अच्छे खाद्य पदार्थों में खट्टे फल, पालक, बादाम, पपीता और हरी चाय शामिल हैं।

डॉक्टर की सलाह लें-

परिवार के किसी सदस्य को तेज बुखार, सिरदर्द या लगातार उल्टी होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। यह सभी लक्षण डेंगू-मलेरिया के हो सकते हैं।

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