फोटो गैलरी

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

Hindi News हरियाणाजिम ट्रेनर से संबंध, साजिश और पति का कत्ल; 3 साल बाद कैसे पकड़ी गई पानीपत की हैवान

जिम ट्रेनर से संबंध, साजिश और पति का कत्ल; 3 साल बाद कैसे पकड़ी गई पानीपत की हैवान

एक दिन जिला पुलिस प्रमुख और आईपीएस अधिकारी अजीत सिंह शेखावत के फोन पर एक व्हाट्सएप मैसेज आया। मैसेज में पुलिस अधिकारी से मामले की फिर से जांच करने का आग्रह किया गया था।

जिम ट्रेनर से संबंध, साजिश और पति का कत्ल; 3 साल बाद कैसे पकड़ी गई पानीपत की हैवान
Amit Kumarलाइव हिन्दुस्तान,पानीपतWed, 19 Jun 2024 08:57 AM
ऐप पर पढ़ें

हरियाणा के पानीपत में एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या करने के तीन साल बाद बड़ा खुलासा हुआ है। एक व्हाट्सएप मैसेज और पुलिस अधिकारी की पैनी नजर ने हत्या से राज से पर्दा हटा दिया है। बताया जा रहा है कि उस हत्या के पीछे कोई और नहीं बल्कि खुद मृतक व्यापारी की पत्नी थी, जिसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पूरी साजिश रची थी। अब इस मामले की परतें खुली हैं।

2021 में हुई थी विनोद भरारा की हत्या

विनोद भरारा की 15 दिसंबर, 2021 को उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। गोली चलाने वाले का नाम देव सुनार था। देव सुनार एक ट्रक ड्राइवर था। उसने पहले अपने ट्रक से भी विनोद भरारा की हत्या करने की कोशिश की थी जिसमें विनोद गंभीर रूप से घायल हो गया था। गिरफ्तारी के समय, देव सुनार ने पुलिस को बताया था कि उसने विनोद की गोली मारकर इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने ट्रक एक्सीडेंट वाले मामले में अदालत के बाहर समझौता करने से इनकार कर दिया था। अब देखा जाए तो, पीड़ित मर चुका था, शूटर जेल में था और मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। लेकिन अब इस मामले में बड़ा ट्विस्ट आया है। 

पुलिस को मिला व्हाट्सएप मैसेज 

एक दिन जिला पुलिस प्रमुख और आईपीएस अधिकारी अजीत सिंह शेखावत के फोन पर एक व्हाट्सएप मैसेज आया। मैसेज में पुलिस अधिकारी से मामले की फिर से जांच करने का आग्रह किया गया था। मैसेज भेजने वाले ने संदेह जताया कि विनोद भरारा के बहुत करीबी किसी ने उसकी हत्या की साजिश रची है। पुलिस ने पाया कि यह मैसेज विनोद के भाई प्रमोद ने भेजा था, जो ऑस्ट्रेलिया में रहता है। जब अधिकारी ने फाइलों को बारीकी से खंगाला, तो उन्हें लगा कि कुछ गड़बड़ है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने बताया, "जब मैंने मामले को स्टडी किया, तो मुझे हैरानी हुई। भला कोई किसी व्यक्ति की हत्या इसलिए क्यों करेगा क्योंकि उसने दुर्घटना के मामले को निपटाने से इनकार कर दिया। लापरवाही से गाड़ी चलाने के मामले में तो भारी जुर्माना भी नहीं लगता और आरोपी को अक्सर जमानत मिल जाती है, लेकिन हत्या के मामले में सजा कहीं ज्यादा कड़ी होती है।" उन्होंने कहा कि इसी बात ने उनको क्लिक किया।

हत्यारे का जिम ट्रेनर से निकला करीबी संबंध

वरिष्ठ अधिकारी ने हरियाणा पुलिस की आपराधिक जांच एजेंसी के दीपक कुमार को मामले की नए सिरे से जांच करने के लिए कहा। जब पुलिस ने इस एंगल से जांच की, तो उन्हें पता चला कि देव सुनार जिम ट्रेनर सुमित का करीबी था, जो विनोद भरारा की पत्नी निधि को अच्छी तरह से जानता था। पुलिस ने संदिग्धों पर नजर और उनसे पूछताछ की। धीरे-धीरे उनके बयानों से पहेली सुलझने लगी।

विनोद भरारा की पत्नी निधि भरारा की मुलाकात सुमित से उस जिम में हुई जहां वह अक्सर जाती थी। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और उनका अफेयर शु���ू हो गया। कथित तौर पर विनोद को इस बात की भनक लग गई और उसने अपनी पत्नी से झगड़ा किया, जिसके कारण घर में अक्सर बहस होती थी। विनोद ने जिम ट्रेनर सुमित से भी झगड़ा किया और उसे अपनी पत्नी से दूर रहने के लिए कहा। जांच में पाया गया है कि इन झगड़ों के बीच ही निधि और सुमित ने कथित तौर पर विनोद की हत्या की साजिश रची।

10 लाख रुपये नकद देने की पेशकश 

पूछताछ के दौरान जिम ट्रेनर सुमित ने पुलिस को बताया कि उन्होंने इस काम के लिए पंजाब के एक ट्रक ड्राइवर देव सुनार से संपर्क किया था। ट्रक ड्राइवर को 10 लाख रुपये नकद देने की पेशकश की गई थी। वह मान गया। फिर एक पिकअप वैन का इंतजाम किया गया और देव सुनार ने 5 जनवरी, 2021 को इस वाहन से विनोद की कार में टक्कर मार दी। विनोद को गंभीर चोटें आईं, लेकिन वह बच गया। असफलता से निराश निधि और सुमित ने प्लान बी एक्टिवेट किया।

देव सुनार विनोद के घर गया और उससे एक्सीडेंट केस को निपटाने के लिए कहा। उसने मना कर दिया और सुनार ने उसे गोली मार दी। जांच में यह भी पता चला कि विनोद की हत्या के कुछ दिनों बाद सुमित और निधि मनाली घूमने गए थे। न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने अपने बच्चों को ऑस्ट्रेलिया में अपने चाचा के पास रहने के लिए भेज दिया था।

पुलिस ने मामले की कड़ियों को जोड़ते हुए निधि और सुमित को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। दोनों ने अपराध स्वीकार कर लिया। यह भी पता चला कि देव सुनार के कानूनी और घरेलू खर्चे खुद निधि उठा रही थी। निधि उन पैसों से ये खर्चे उठा रही थी जो उसे अपने पति विनोद की मौत पर बीमा कंपनी से मिले थे। हत्या में निधि और सुमित की भूमिका स्पष्ट होने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। वे अब जेल में हैं।