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सुनिए, ऐसा नहीं करना है... बीच शपथ में मराठी सांसद को स्पीकर ने क्यों टोका, क्या कर रहे थे

उद्धव गुट वाली शिवसेना के सांसद नागेश बापूराव पाटिल आष्टिकर ने मंगलवार को लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली। वह जब शपथ ले रहे थे तो प्रोटेम स्पीकर की ओर से उन्हें टोकना पड़ा और सुधार कराया गया।

सुनिए, ऐसा नहीं करना है... बीच शपथ में मराठी सांसद को स्पीकर ने क्यों टोका, क्या कर रहे थे
Surya Prakashभाषा,नई दिल्लीTue, 25 Jun 2024 01:19 PM
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महाराष्ट्र के हिंगोली से निर्वाचित उद्धव गुट वाली शिवसेना के सांसद नागेश बापूराव पाटिल आष्टिकर ने मंगलवार को लोकसभा की सदस्यता की शपथ ली। वह जब शपथ ले रहे थे तो प्रोटेम स्पीकर की ओर से उन्हें टोकना पड़ गया। इसकी वजह यह थी कि उन्होंने अपनी शपथ में शिवसेना के संस्थापक ‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब जी ठाकरे’ का उल्लेख किया। इस पर कार्यवाहक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) भर्तृहरि महताब ने उन्हें रोका और कहा कि वह मराठी में निर्धारित प्रारूप में लिखित शपथ पत्र को ही पढ़ें।

अठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन जब शपथ लेने के लिए आष्टिकर का नाम पुकारा गया तो उन्होंने पोडियम पर पहुंचकर अपना नाम लेने के बाद ‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब जी ठाकरे’ का उल्लेख करते हुए शपथ पढ़नी शुरू की। इस पर सभा की अध्यक्षता कर रहे महताब ने उन्हें टोका और कहा, ‘सुनिए...ऐसा नहीं करना है। जो (शपथ पत्र) रखा गया है, मराठी में है, वही पढ़िए।’ फिर आष्टिकर ने लोकसभा सचिवालय द्वारा पोडियम पर रखे गए शपथ पत्र को पढ़ा। उल्लेखनीय है कि बालासाहेब ठाकरे शिवसेना के संस्थापक थे। उन्हें दल के नेता और समर्थक ‘हिंदू हृदय सम्राट’ की उपमा देते रहे हैं।

बता दें कि लोकसभा में सदस्यता की शपथ लेने के दौरान 8वीं अनुसूची में शामिल किसी भी भाषा में शपथ ले सकते हैं। सोमवार को बड़ी संख्या में सांसदों ने शपथ ली थी और मंगलवार को भी यह सिलसिला जारी रहा। लोकसभा में मराठी, मैथिली, संस्कृत, पंजाबी जैसी भाषाओं में सांसदों ने शपथ ली।मंगलवार को सबसे पहले महाराष्ट्र के सांसदों को शपथ दिलाई गई। उनके बाद मणिपुर, नगालैंड और ओडिशा के नव निर्वाचित सांसदों ने शपथ ग्रहण की। अठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत सोमवार को हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उनकी मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ ही अंडमान निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, दिल्ली, दादरा नागर हवेली, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख और मध्यप्रदेश के नव निर्वाचित सदस्यों ने शपथ ली।