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Hindi News देशशपथ लेने से पहले मैंने नमस्ते कहा तो ओवैसी ने विरोध किया, विपक्ष चुप रहा; भड़के बिप्लब कुमार देब

शपथ लेने से पहले मैंने नमस्ते कहा तो ओवैसी ने विरोध किया, विपक्ष चुप रहा; भड़के बिप्लब कुमार देब

ओवैसी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद युद्ध प्रभावित पश्चिम एशियाई क्षेत्र के पक्ष में नारे लगाए। इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया और सभापति ने इसे रिकॉर्ड से हटाने को कहा।

शपथ लेने से पहले मैंने नमस्ते कहा तो ओवैसी ने विरोध किया, विपक्ष चुप रहा; भड़के बिप्लब कुमार देब
Niteesh Kumarलाइव हिन्दुस्तान,नई दिल्लीTue, 25 Jun 2024 08:41 PM
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AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी की ओर से संसद में शपथ लेने के दौरान कहे गए शब्दों पर भाजपा हमलावर है। बीजेपी एमपी बिप्लब कुमार देब ने कहा कि फिलीस्तीन हो या कोई और देश, सबके भारत से अच्छे संबंध हैं। सवाल यह है कि शपथ लेते समय वह फिलीस्तीन जिंदाबाद कह सकते हैं या नहीं, भारत माता जिंदाबाद कहने की बजाय वह दूसरे देश का जिंदाबाद कह रहे हैं। इस पर विपक्ष चुप था। उन्होंने कहा, 'जब मैंने शपथ लेने से पहले नमस्ते कहा तो ओवैसी ने विरोध करना शुरू कर दिया कि यह संविधान विरोधी शब्द है। मुझे दुख है कि जनता ने उन्हें चुना है और ऐसे में जब वह इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करते हैं तो विपक्ष चुप रहता है, यह चिंताजनक है।'

दरअसल, असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद युद्ध प्रभावित पश्चिम एशियाई क्षेत्र के पक्ष में नारे लगाए थे। इसके बाद सत्ता पक्ष के सदस्यों ने हंगामा किया और सभापति ने इसे रिकॉर्ड से हटाने का निर्देश दिया। हैदराबाद से 5वीं बार सदस्य निर्वाचित हुए ओवैसी ने उर्दू में शपथ ली। शपथ लेने से पहले उन्होंने दुआ पढ़ी। अपनी शपथ के बाद उन्होंने मुस्लिमों के लिए एआईएमआईएम का नारा बुलंद करने के अलावा अपने राज्य तेलंगाना, बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के पक्ष में नारा लगाया।

'शपथ के अलावा कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा'
ओवैसी ने पश्चिम एशिया के उस क्षेत्र के पक्ष में नारा लगाया जो वर्तमान में युद्ध का सामना कर रहा है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा के केंद्रबिंदु में है। उनकी शपथ के बाद सत्ता पक्ष के कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताई, जिससे सदन में हंगामा शुरू हो गया। पीठ पर आसीन राधामोहन सिंह ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि शपथ के अलावा कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। कुछ मिनट तक हंगामा जारी रहा, जिसके बाद शपथ ग्रहण दोबारा शुरू हुआ। इसके बाद आसन पर लौटे प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब ने कहा कि केवल शपथ का मूल पाठ ही रिकॉर्ड में दर्ज किया जा रहा है। महताब ने कहा, ‘मैंने पहले भी कहा है कि कृपया शपथ के मूलपाठ के अलावा किसी और चीज का जिक्र करने से बचें। इसका पालन किया जाना चाहिए।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)