ट्रेंडिंग न्यूज़

अगला लेख

अगली खबर पढ़ने के लिए यहाँ टैप करें

Hindi News NCRAAP व BJP ने दिल्ली के लोगों को बारिश के भरोसे छोड़ा, कांग्रेस ने लगाया झूठे वादे करने का आरोप

AAP व BJP ने दिल्ली के लोगों को बारिश के भरोसे छोड़ा, कांग्रेस ने लगाया झूठे वादे करने का आरोप

दिल्ली के लोगों ने भाजपा के 7 सांसदों को इस उम्मीद में लोकसभा में चुना कि वे संकट के समय उनकी मदद करेंगे। हालांकि, इन सांसदों ने पानी की समस्या को सुलझाने के लिए राजनीति के अलावा कुछ भी नहीं किया।

AAP व BJP ने दिल्ली के लोगों को बारिश के भरोसे छोड़ा, कांग्रेस ने लगाया झूठे वादे करने का आरोप
Sourabh JainPTI,नई दिल्लीWed, 26 Jun 2024 12:30 AM
ऐप पर पढ़ें

दिल्ली कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने मंगलवार को AAP की दिल्ली सरकार और हरियाणा की भाजपा सरकार पर बड़ा आरोप लगाया कि इन दोनों ने राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए 'वर्षा देवता' के भरोसे छोड़ दिया है, क्योंकि उनकी पाइपलाइनें हफ्तों से सूखी पड़ी हैं।

यादव ने एक बयान में कहा कि आम आदमी पार्टी मुफ्त बिजली और पानी का वादा करके दिल्ली में सत्ता में आई थी। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों को पानी की आपूर्ति के लिए पूरी तरह हरियाणा के पानी पर निर्भर है, तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुफ्त पानी योजना एक बड़ा दिखावा है। 

बता दें कि दिल्ली में कई हफ्तों से भीषण गर्मी पड़ रही है और इस बीच पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। यादव ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने भाजपा के सात सांसदों को इस उम्मीद में लोकसभा में चुना कि वे संकट के समय उनकी मदद करेंगे। हालांकि, इन सातों सांसदों ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के समक्ष मामला उठाकर पानी की कमी के मुद्दे को हल करने में उन्होंने कोई भूमिका नहीं निभाई।

 यादव ने कहा कि उन्हें यह जानकर भी आश्चर्य हुआ कि सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) से पूछा था कि क्या रिज वन में पेड़ों की अवैध कटाई उपराज्यपाल द्वारा जारी निर्देशों पर की गई थी, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में अत्यधिक गर्मी की स्थिति हरियाली के कम होने के कारण थी। उन्होंने कहा कि डीडीए को मौजूदा पेड़ों को काटने के बजाय अधिक पेड़ लगाने चाहिए, जो दिल्ली को बहुत जरूरी हरियाली प्रदान करते हैं। 

कांग्रेस और AAP ने इंडिया ब्लॉक के बैनर तले दिल्ली में गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, भाजपा ने राष्ट्रीय राजधानी की सभी सात सीटों पर कब्जा कर लिया।